देहरादून। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि सैन्यधाम का निर्माण कार्य लगभग अंतिम चरण में है। उन्होंने उम्मीद जताई के जल्द ही सैन्य धाम को प्रदेश की जनता को समर्पित कर दिया जाएगा। लगातार निरीक्षण के दौरान कैबिनेट मंत्री ने निर्माण कार्यों का जायजा भी ले रहे हैं और संबंधित कार्यदायी संस्था के अधिकारियों और विभागीय अधिकारियों को सैन्य धाम के अंतिम चरण के कार्यों को तेज गति से निर्धारित समय पर पूर्ण करने के निर्देश भी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री और वह स्वयं सैनिक परिवार से आते हैं, इसलिए सेनिको के प्रति सम्मान और उनके परिवारों की दशा दिशा और भावनाओं को वह भली भांति समझते हैं।
सैनिक कल्याण मंत्री ने अधिकारियों को सैन्य धाम निर्माण से संबंधित आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करने को निर्देशित किया है। वह अधिकारियों को सैन्यधाम की भव्यता एवं दिव्यता का विशेष ध्यान देने, निर्माण कार्य में इस्तेमाल सामग्री की गुणवत्ता का विशेष ध्यान देने को लगातार कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि सैन्यधाम करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है। देशभर के स्मारकों का अध्ययन करने के बाद सैन्य धाम का निर्माण किया जा रहा है। यह सैन्य धाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना और प्रदेश सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है। सैन्य धाम में 120 फीट ऊंचा तिरंगा भी लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना में जिन दो सैनिकों की पूजा की जाती है, उनमें बाबा हरभजन सिंह और बाबा जसवंत सिंह का मंदिर का निर्माण सैन्य धाम में किया जा रहा है। देश के प्रथम सीडीएस और उत्तराखंड का गौरव स्व. जनरल बिपिन रावत के नाम पर सैन्य धाम का मुख्य गेट बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा उम्मीद जताई कि जिस प्रकार चारों धामों के दर्शन करने के लिए देश भर से यात्री उत्तराखंड पहुंचते हैं। ठीक उसी प्रकार सैन्यधाम को देखने के लिए भी देश-दुनिया से लोग देहरादून पहुंचेंगे।