देहरादून निवासी राकेश क्षेत्री ने आर्म रेसलिंग एशिया चैंपियनशिप में उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। राकेश ने सिल्वर मेडल जीता है। मेडल जीतकर वापस लौटने पर राकेश का उनकी माता हीरा देवी और दोस्तों ने स्वागत किया और मिठाई खिलाकर मुंह मीठा कराया। राकेश का सपना है कि वह आगामी इंटरनेशनल आर्म रैसलिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लेकर देश का नाम रोशन करें। बता दे कि 17 वर्षीय राकेश के पिता भूपेंद्र सिंह इंडियन आर्मी में तैनात हैं और माता ग्रहणी है। राकेश ने आर्म रेसलिंग एशिया चैंपियनशिप जीतने की सफलता के श्रेय अपने माता-पिता को दिया है। राकेश का कहना है कि उनको बचपन से ही खेल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने का शौक रहा है और यही शौक आज उन्हें राज्य और देश का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित कर रहा है। आर्म रैसलिंग एशिया चैंपियनशिप मुंबई में आयोजित हुई थी। जिसमें 14 देश के 700 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। इस एशिया चैंपियनशिप से पहले वह स्टेट लेवल पर कई बार गोल्ड मेडल जीतकर राज्य का नाम रोशन कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि आर्म रैसलिंग खेल में भविष्य बनाने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत करी है। फिलहाल वह इंटरनेशनल प्रतियोगिता जीतने के लिए मेहनत कर रहे हैं। इसके अलावा नेवी मर्चेंट में जाने का भी उनका अपना सपना है। आर्म रैसलिंग के साथ नेवी मर्चेंट ज्वाइन करने के लिए उनके माता-पिता पूरा सपोर्ट कर रहे हैं। अपने संदेश में राकेश ने कहा कि जो युवा आर्म रैसलिंग खेल में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं। उनको सही मार्गदर्शन की जरूरत होती है। इसके अलावा नशे से दूरी बनाना भी एक खिलाड़ी के लिए बहुत ज्यादा आवश्यक है। राकेश की माता हीरा देवी ने बताया कि राकेश राज्य का नाम तो रोशन कर ही रहा है अब देश का नाम रोशन करें ऐसी उम्मीदें राकेश से लगी हुई है उन्होंने किसी भी क्षेत्र के खेल से जुड़े खिलाड़ी को सहयोग करने की मदद राज्य सरकार से की है।